हनुमानगढ़ जिला दर्शन(Hanumangarh District GK in Hindi)

Hanumangarh District GK in Hindi:- इस पोस्ट में हनुमानगढ़ जिले के खनिज, हनुमानगढ़ जिले का सामान्य परिचय, हनुमानगढ़ के पर्यटन स्थल दर्शनीय स्थल, हनुमानगढ़ जिले का क्षेत्रफल एवं उपनाम, हनुमानगढ़ जिले की अक्षांशीय एवं देशांतरीय स्थिति, हनुमानगढ़ के प्रमुख मंदिर, हनुमानगढ़ के प्रमुख मेले और त्यौहार एवं हनुमानगढ़ के अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर आदि बिंदुओं को … Read more

राजस्थान की प्रमुख हस्तकला

लकड़ी पर हस्तशिल्प:- चित्तौड़गढ़ जिले के बस्सी में लकड़ी के हस्तशिल्प उद्योग को संयुक्त राष्ट् संघ के द्वारा संचालित किया जा रहा है। उदयपुर लकड़ी की कठपुतियों के लिए, चित्तौड़गढ़ जिले का बस्सी लकड़ी के तोरण के लिए, जयपुर लकड़ी के पशु-पक्षियों के सेट जोड़े के लिए मेड़ता लकड़ी के खिलोनों के लिए विश्व प्रसिद्व … Read more

राजस्थान के प्रमुख संग्रहालय

राजकीय संग्रहालय (डूंगरपुर):- 1959 से संचालित, डूंगरपुर के सरकारी पुरातत्व संग्रहालय ने वागड़ क्षेत्र से खुदाई की गई वस्तुओं का एक संग्रह रखा गया है | इसका निर्माण 1989 में ठीक से किया गया था। इसमें 197 देवी-देवताओं की मूर्तियां है सवाई मान सिंह संग्रहालय (जयपुर):- जयपुर में सिटी पैलेस 1729 और 1732 के बीच … Read more

राजस्थान की प्रमुख प्रथाएँ

पर्दा प्रथा:- प्राचीन भारतीय संस्कृति में हिन्दू समाज में पर्दा प्रथा का प्रचलन नही था लेकिन मध्यकाल में बाहरी आक्रमणकारियों की कुत्सित व लालुप दृष्टि से बचाने के लिए यह प्रथा चल पड़ी, जो धीरे-धीरे हिन्दू समाज की एक नैतिक प्रथा बन गई। दास प्रथा:- 1832 में विलियम बैंटिक ने दास प्रथा पर रोक लगाई।  … Read more

राजस्थान के प्रमुख रीती-रिवाज

जन्म से संबंधित रीति-रिवाज दशोटनः:- छठे मास में बच्चे को पहली बार अन्न का आहार देने कि क्रिया को कहते हैं। चूड़ाकरण/मुंडन:- शिशु के तीसरे वर्ष में सिर के बाल पहली बार कटवाने पर किया जाने वाला उत्सव चूड़ाकरण संस्कार कहा जाता है। कर्णबोध:- शिशु के कान बींधने की क्रिया। गर्भाधान:- हिन्दुओे का प्रथम संस्कार … Read more

राजस्थान के प्रमुख वाद्य यंत्र

सुषिर वाद्य यंत्र:- जिन वाद्य यंत्रों को फुक मारकर या हवा के माध्यम से बजाया जाता है उन्हे सुषिर वाद्य यंत्र कहा जाता है। अवनद्ध वाद्य यंत्र या ताल वाद्य यंत्र:- जिन वाद्य यंत्रों को पशुओं की खाल से बनाया जाता है उन्हे अवनद्ध वाद्य यंत्र कहा जाता है तथा अवनद्ध वाद्य यंत्रों को ताल … Read more

राजस्थान के प्रमुख लोकनाट्य

रासलीला:- रासलीला रामलीला से पहले प्रारम्भ हुई थी  भरतपुर क्षेत्र में हरगोविन्द स्वामी तथा रामसुख स्वामी की रासलीला अत्यधिक प्रसिद्ध हैं।  रासलीला का राजस्थान में प्रवर्तक हित हरिवंश है। रासलीला के मुख्य कलाकार शिवलाल कुमावत हैं। राजस्थान में रासलीला का प्रमुख केन्द्र जयपुर का फुलेरा हैं,  रासलीला में भाग लेने वाले अभिनेता को स्वरूप कहा … Read more

राजस्थान के प्रमुख लोक नृत्य

तेरहताली:- बाबा रामदेव की आराधना में कामड़ जाति की महिलाओं द्वारा तेरहताली 13 मंजिरों की सहायता से किया जाता है। पाली, नागौर एवं जैसलमेर में नाहर नृत्य:- पुरुषों द्वारा रूई को शरीर पर चिपका कर नाहर (शेर) का वेश धारण करते हुए किया जाता है। होली के अवसर पर माण्डलगढ़ (भीलवाड़ा) में भील, मीणा, ढोली, … Read more