पृथ्वीराज चौहान का जीवन परिचय | Prathviraj Chouhan Biography in Hindi

Telegram GroupJoin Now

पृथ्वीराज चौहान भारतीय इतिहास मे एक बहुत ही अविस्मरणीय नाम है पृथ्वीराज चौहान का जन्म हिंदू धर्म के क्षत्रिय कुल में हुआ था। आगे चलकर के इन्होंने अजमेर और दिल्ली जैसे राज्य पर शासन किया। पिता की मृत्यु के पश्चात मात्र 11 वर्ष की उम्र में अजमेर और दिल्ली का शासन संभालने के साथ समय के चलते अपने अधीन कई और शासन को कर लिया. पृथ्वीराज चौहान और तुर्क आक्रमणकारी मोहम्मद शहाबुद्दीन गौरी के बीच तकरीबन 17 बार युद्ध हुआ था और पृथ्वीराज चौहान ने सभी युद्ध में मोहम्मद गौरी को हराया था, परंतु सबसे आखरी युद्ध में जयचंद का साथ मिल जाने के कारण मोहम्मद गोरी की सेना पृथ्वीराज की सेना पर भारी पड़ने लगी। इस प्रकार इस युद्ध में मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान को हरा दिया और उन्हें बंदी बना लिया गया। परंतु पृथ्वीराज चौहान ने अपनी जिंदगी के आखिरी समय में मोहम्मद गौरी की हत्या कर दी और उसके बाद अपने दोस्त चंद्रवरदाई के साथ अपनी जान दे दी। तो आईये जानते हैं पृथ्वीराज चौहान के जीवन परिचय के बारे में।

पृथ्वीराज चौहान का जीवन परिचय:-

  • नाम – पृथ्वीराज चौहान
  • उपनाम – राय पिथोरा, पृथ्वीराज तृतीय, भारतेश्वर, हिंदूसम्राट
  • जन्म – 1149 ई. में
  • जन्म स्थान – गुजरातजीवन काल – 43 वर्ष
  • पिता – सोमेश्वर चौहानमाता – कर्पूरी देवी
  • भाई – हरीराज
  • बहन – प्रथा
  • पत्नी – लगभग 17 पत्नियां राणी संयोगिता,जम्भावती, पडिहारी,पद्मावती,यादवी
  • बच्चे – गोविंद चौहान
  • पराजय – मुहम्मद गौरी से
  • धर्म – हिंदू
  • वंश का नाम – शशिव्रता,कछवाही,पुडीरनी,शशिव्रता,इन्द्रावती
  • मृत्यु – 11 मार्च 1192
  • मृत्यु स्थान – अजमेर राजस्थान (पृथ्वीराज चौहान का जीवन परिचय)नागरिकता – भारतीय
  • अवार्ड – भारत रत्न

पृथ्वीराज चौहान का जन्म, परिवार एवं शुरुआती जीवन:-

पृथ्वीराज चौहान का जन्म साल 1149 में हिंदुस्तान में हुआ था। यह एक महान पराक्रमी और शूरवीर हिंदू राजपूत राजा थे। इनके पिता जी का नाम महाराजा सोमेश्वर था, वे उस समय राजस्थान में अजमेर राज्य के राजा थे, वही पृथ्वीराज चौहान जी की माता जी का नाम कपूरी देवी था। पृथ्वीराज चौहान के छोटे भाई का नाम हरीराज तथा छोटी बहन का नाम प्रथा है।जब पृथ्वीराज चौहान पैदा हुए, उसी दौरान अजमेर में खलबली मच गई क्योंकि पृथ्वीराज चौहान जी का जन्म इनके माता-पिता की शादी होने के तकरीबन 12 साल के बाद हुआ था और इसीलिए कई लोगों को पृथ्वीराज चौहान जी के होते हुए उनका अजमेर का उत्तराधिकारी बनना असंभव लगने लगा और इसीलिए लोगों ने इनके खिलाफ षड्यंत्र रचना चालू कर दिया परंतु पृथ्वीराज चौहान के आगे किसी की भी साजिश कामयाब नहीं हुई। जिन्हें शब्दभेदी बाण विद्या आती थी।



पृथ्वीराज चौहान शिक्षा:-

पृथ्वीराज चौहान बचपन में ही एक अद्भुत कला सीख ली और उसमें निपुणता भी प्राप्त की उस कला का नाम है शब्दभेदी बाण की कला। वे शब्दभेदी बाण चलाने की कला में निपुण थे पृथ्वीराज चौहान ने महज 5 वर्ष की उम्र में “सरस्वती कंठाभरण विद्यापीठ” अजमेर से शिक्षा प्राप्त की साथ ही युद्ध कला और शस्त्रविद्या की शिक्षा भी ग्रहण कीएक बार तो उन्होंने बिना हथियार के एक सिंह को मार दिया। चंदबरदाई आगे चलकर दिल्ली के शासक बने और दिल्ली में पुराने किले के नाम से प्रसिद्ध पिथौरागढ़ का निर्माण चंदबरदाई और पृथ्वीराज चौहान ने मिलकर करवाया है तोमर वंश के शासक अनंगपाल की पुत्री के पुत्र चंदबरदाई पृथ्वीराज चौहान के बचपन के सबसे अच्छे मित्र थे।

पृथ्वीराज चौहान की सेना:-

पृथ्वीराज की सेना बहुत ही विशालकाय थी.जिसमें लगभग 300 हाथी एवं 3 लाख सैनिकों के साथ ही घोड़ों की भी विशाल सेना थी।इसी कारण पृथ्वीराज चौहान की सेना बेहद विशाल और मजबूत थी अपनी मजबूत सेना के सहारे उन्होंने कई युद्ध जीते और अपने राज्य का विस्तार करते चले गए। महान शासक और कुशल योद्धा पृथ्वीराज चौहान के पास नारायण युद्ध में 500 हाथी, 2 लाख घुड़सवार सैनिक और बहुत से सैनिक शामिल थे।

पृथ्वीराज चौहान का संयोगिता से विवाह:-

जब पृथ्वीराज चौहान और संयोगिता ने एक दूसरे को पहली बार देखा था तभी से वह दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे थे और वह दोनों एक दूसरे से बेइंतहा मोहब्बत करने लगे थे। संयोगिता पृथ्वीराज चौहान से बिना कभी मिले ही मात्र तस्वीर देख प्रेम कर बैठी। संयोगिता के पिता ने अपनी पुत्री के विवाह के लिए स्वयंवर रखा जो कि अश्वमेध यज्ञ के पश्चात होना था। राजा जयचंद ने संपूर्ण भारत पर अपना शासन चलाने की इच्छा से अश्वमेघ यज्ञ का शुभारंभ किया परंतु पृथ्वीराज चौहान इनके विरुद्ध खड़े हुए और जयचंद का विरोध किया।

पृथ्वीराज चौहान का दिल्ली पर उत्तराधिकार:-

कपूरी देवी अपने पिता की एकमात्र संतान थी, इसलिए महाराजा अनंगपाल को हर दिन यही चिंता रहती थी कि अगर उनकी मृत्यु हो जाएगी तो फिर उनके राज्य पर शासन कौन करेगा। इस प्रकार विचार करते हुए उन्होंने एक दिन अपनी बेटी और अपने दामाद के सामने अपने दौहित्र को राज्य का शासन भार देने की इच्छा जाहिर की और इस प्रकार इन तीनों की सहमति से पृथ्वीराज चौहान को उत्तराधिकारी बना दिया गया।

पृथ्वीराज चौहान की मृत्यु:-

मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान को कई यातनाएं दी परंतु चौहान ने नहीं माना तो अंत में गोरी ने चौहान को मृत्युदंड देने का फैसला किया। इस पर चौहान ने कहा कि मैंने तुम्हें 17 बार माफ किया तुम बस मेरी अंतिम इच्छा पूरी कर दो “मुझे अंतिम बार शब्द भेदी बाण की कला दिखाने का मौका दो। गजनी के एक आयोजन में उन्हें यह कला दिखाने का मौका दिया गया भरी सभा में चौहान के सखा कवि चंदबरदाई ने चौहान को एक दोहे के माध्यम से गोरी का स्थान बता दिया दोहा सुनकर गौरी ने “शाबाश” कहा और आवाज सुनते ही अंधे पृथ्वीराज चौहान ने शब्दभेदी बाण चला दिया और मोहम्मद गौरी की मृत्यु हो गई।गोरी की हत्या के बाद अपनी दुर्गति से बचने के लिए चौहान और चंदबरदाई ने तलवार से अपनी गर्दन काटकर आत्महत्या कर ली।

FAQ

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान किस जाति के थे?

उत्तर:-  हिंदू राजपूत

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान के घोड़े का क्या नाम था?

उत्तर:-  नत्यरंभा

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान का धर्म कौनसा हैं ?

उत्तर:-  हिंदू धर्म 

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान के गुरु का क्या नाम था?

उत्तर:-  राम जी

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान की कितनी पत्नियां थी?

उत्तर:-  17

प्रश्न. मोहम्मद गौरी की मृत्यु कैसे हुई थी?

उत्तर:-  पृथ्वीराज चौहान के द्वारा शब्दभेदी बाण मारने के कारण।

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान के पिता जी का क्या नाम हैं?

उत्तर:-  सोमेश्वर चौहान

प्रश्न. चौहान वंश के कुलदेवता कौन है?

उत्तर:-  शाकंभरी माता अथवा आशापुरा माता

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान के बेटे का क्या नाम था?

उत्तर:-  गोविंद चौहान

प्रश्न. सोमेश्वर के पिता का नाम क्या था?

उत्तर:-  अर्णोराज चौहान

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान की मृत्यु कब हुई?

उत्तर:-  11 मार्च 1192

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान के माता  का क्या नाम हैं?

उत्तर:- कर्पूरी देवी

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान की नागरिकता क्या थी? 

उत्तर:- भारतीय

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान को कौन-सा अवार्ड मिला था? 

उत्तर:- भारत रत्न

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान की बहन का क्या नाम हैं? 

उत्तर:- प्रथा

प्रश्न. पृथ्वीराज चौहान का जीवन कल कितना रहा? 

उत्तर:- 43 वर्ष

यह भी पढ़े:-

Tags: पृथ्वीराज चौहान का सच पृथ्वीराज चौहान की बेटी पृथ्वीराज चौहान जन्म तिथि पृथ्वीराज चौहान की मृत्यु कब हुई पृथ्वीराज चौहान कहां के राजा थे पृथ्वीराज चौहान के मित्र पृथ्वीराज चौहान और जयचंद का रिश्ता पृथ्वीराज चौहान के वंशज

Telegram GroupJoin Now