चित्तौड़गढ़ जिला दर्शन(Chittorgarh District GK in Hindi)

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Chittorgarh District GK in Hindi : इस पोस्ट में चित्तौड़गढ़ जिले का सामान्य परिचय, चित्तौड़गढ़ के पर्यटन स्थल दर्शनीय स्थल, चित्तौड़गढ़ जिले के खनिज, चित्तौड़गढ़ जिले की अक्षांशीय एवं देशांतरीय स्थिति, चित्तौड़गढ़ जिले का क्षेत्रफल एवं उपनाम, चित्तौड़गढ़ के प्रमुख मंदिर, चित्तौड़गढ़ के प्रमुख मेले और त्यौहार एवं चित्तौड़गढ़ के अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर आदि बिंदुओं को कवर करने की कोशिश की गयी है।

चित्तौड़गढ़ जिले का सामान्य परिचय:-

  • चित्तौड़गढ़ के उपनाम/प्राचीन नाम : खिजराबाद, राजस्थान का गौरव, शक्ति एवं भक्ति का नगर।
  • चित्तौड़गढ़ का क्षेत्रफल कितना है :10856 वर्ग किलोमीटर।
  • चित्तौड़गढ़ जिले का कुल वनीय क्षेत्रफल:– 1120.75 वर्गकिलोमीटर है।
  • मेवाड़ के प्रचीन सिक्कों पर भी चित्रकूट शब्द- मुद्रित मिलता है।
  •  चित्तौड़गढ़ की अक्षांशीय स्थिति : 23 डिग्री 32 मिनट उत्तरी अक्षांश से 25 डिग्री 13 मिनट उत्तरी अक्षांश तक।
  •  चित्तौड़गढ़ की देशांतर स्थिति : 74 डिग्री 12 मिनट पूर्वी देशांतर से 75 डिग्री 49 मिनट पूर्वी देशांतर तक।
  • चित्तौड़गढ़ में उपखण्ड – 7
  • चित्तौड़गढ़ में उपतहसीलें – 4
  • चित्तौड़गढ़ में तहसीलें – 10
  • चित्तौड़गढ़ में ग्राम पंचायतें – 288
  • चित्तौड़गढ़ में पंचायत समितियां – 11
  • चित्तौड़गढ़ दुर्ग के तीन साके प्रसिद्ध है।
  • घोड़ी की नाल के समान तथा इल्ली के समान आकार वाला जिला चित्तौड़ है।
  • कर्नल टॉड के अनुसार सन् 728 ईसवी में बापा रावल ने इस दुर्ग को राजपुताने पर राज्य करने वाले मौर्य से छिनकर गुहिलवंशीय राज्य की स्थापना की।
  • मेवाड़ के कूल पुरुष गुहिल (गुहदत्त) के बाद प्रसिद्धि और वीरता में बापा रावल का नाम आता है।

2011 की जनगणना के चित्तौड़गढ़ जिले के आंकड़े:-

  • कुल जनसंख्या—15,44,338
  • स्त्री—7,61,167   
  • पुरुष—7,83,171
  • दशकीय वृद्धि दर—16.1%
  • साक्षरता दर—61.7%   
  • पुरुष साक्षरता—76.6%
  • महिला साक्षरता—46.5%
  • लिंगानुपात—972
  • जनसंख्या घनत्व—197



चित्तौड़गढ़ जिले के प्रमुख मेले:-

  • राम रावण का मेला : यह मेला चित्तौड़गढ़ के बड़ी सादड़ी क्षेत्र में चैत्र शुक्ला दशमी को भरता है।
  • दशहरा मेला- निम्बाहेड़ा नगर में प्रतिवर्ष आसोज शुक्ल प्रतिपदा से दशमी तक विख्यात दशहरा मेला लगता है।
  • मेवाड़ उद्योग उत्सव : यह चित्तौड़गढ़ में दिसंबर माह में आयोजित होता है।
  •  मीरा महोत्सव : यह चित्तौड़गढ़ में शरद पूर्णिमा को आयोजित होता है।
  •  मातृकुंडिया का मेला : यह मेला चित्तौड़गढ़ के राशमी हरनाथपुरा क्षेत्र में वैशाख पूर्णिमा को भरता है।
  •  सांवलिया जी का मेला : यह मेला चित्तौड़गढ़ के मंडफिया में भाद्रपद शुक्ला ग्यारस को भरता है।
  • जौहर मेला : यह मेला चित्तौड़गढ़ दुर्ग में चैत्र कृष्णा एकादशी को भरता है।

चित्तौड़गढ़ जिले के प्रमुख मंदिर:-

  • मीरां मन्दिर:—इसमें मीरां की प्रतिमा के स्थान पर केवल एक तस्वीर है, इसके सामने रैदास की छतरी है।
  • कालिका माता मन्दिर:— मूलत: सूर्य मन्दिर, 7वीं सदी।
  • तुलजाभवानी:— निर्माण बनवीर ने अपने तुलादान के धन से करवाया। यह शिवाजी की आराध्य देवी थी।
  • समिद्धेश्वर/ मोकल जी का मन्दिर:— निर्माण मालवा के राजा भोज ने तथा पुनर्निर्माण मोकल ने करवाया।
  • कुंभश्याम मन्दिर:— निर्माण-कुम्भा, इसमें विष्णु के वराह अवतार की प्रतिमा है।
  • सतबीसी जैन मंदिर:— 27 छोटे-छोटे मन्दिर
  • शृंगार चंवरी:— यहाँ कुम्भा की पुत्री रमाबाई की चंवरी बनी हुई है। राजपूत व जैन स्थापत्य कला का नमूना।

चित्तौड़गढ़ जिले के पर्यटन स्थल:-

  • विजय स्तम्भ:- विजय स्तम्भ के उपनाम—हिन्दू मूर्तिकला का विश्वकोष, मूर्तियों का अजायबघर, विक्ट्री टॉवर। विजय स्तम्भ के शिल्पकार-जैता व उसके पुत्र नापा, पूँजा, पोमा। इसका निर्माण कुम्भा ने महमूद खिलजी के खिलाफ 1437 ई. में सांरगपुर विजय के उपलक्ष में महान वास्तुशिल्पी मंडन के मार्गदर्शन में सन् 1441 से 1449 के मध्यग करवाया। यह डमरू के आकार है।
  • पद्मिनी महल:- पद्मिनी महल के कमरे में एक बड़ा कांच लगा है जिसमें पानी के बीच वाले महल में खड़े व्यक्ति का प्रतिबिम्ब स्पष्ट दिखाई देता है। सूर्य कुण्ड के दक्षिण में तालाब के किनारे रानी पद्मिनी के महल बने ये हैं। एक छोटा महल तालाब के बीच में बना है।
  • कीर्ति स्तम्भ:- यह 75 फीट ऊँचा, 7 मंजिला स्मामरक है। इसकी प्रशस्ति लिखने का कार्य अत्रिभट्ट व इसके पुत्र महेश भट्ट ने किया। इस स्मारक का निर्माण बारहवीं शताब्दी में दिगम्बर सम्प्रदाय के बघेरवाल महाजन सानाय के पुत्र जीजा ने करवाया।
  • भैंसरोडगढ़ दुर्ग:- उपनाम-‘राजस्थान का वैल्लोर’। निर्माणकर्ता—भैंसाशाह व रोडा चारण। यह चम्बल व बामनी नदियों के संगम स्थल पर। एकमात्र दुर्ग जिसका निर्माण व्यापारी ने करवाया।

चित्तौड़गढ़ जिले के तथ्य:-

  • चम्बल नदी:— रावतभाटा (चित्तौडग़ढ़) में चम्बल नदी पर राणा प्रताप सागर बाँध है जो जल भराव की दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा बाँध है। चम्बल नदी राजस्थान में चौरासीगढ़ (चित्तौडगढ़) में प्रवेश करती है, भैंसरोगढ़ के समीप चम्बल नदी पर ‘चूलिया जलप्रताप’ (राजस्थान का सबसे ऊँचा–18मी.) है।
  • बामनी नदी:— उद्गम-चित्तौडग़ढ़ के हरिपुरा गाँव से हुआ है। भैंसरोड़गढ़ के समीप चंबल में मिल जाती है। यह लगभग 25 किमी. लम्बी है।
  • चित्तौड़गढ़ की अन्य नदियाँ:- बनास, बेड़च, गुंजाल, बागन, औराई, गम्भीरी, सीबना, जाखम आदि।
  • राणा प्रताप सागर:– राणा प्रताप सागर बाँध राजस्थान में चूलिया जलप्रपात के पास बनाया गया है। इस बाँध की ऊँचाई 54 मीटर है। यह बाँध गाँधीसागर बाँध से 48 कि.मी. नीचे चूलिया प्रपात के निकट स्थित है।
  • भोपालसागर:– इसका निर्माण-महाराणा भूपाल सिंह।
  • प्रसिद्ध लोकदेवता रामदेवजी का एक मन्दिर सुरताखेड़ा (चित्तौडगड़ में भी है)
  • चित्तोड़गढ़ मृगवन:— यह मृगवन चित्तोड़गढ़ दुर्ग के दक्षिणी छोर पर किले की प्राचीरों के सहारे सन् 1969 को स्थापित किया गया था।
  • बस्सी अभयारण:— इसे 29 अगस्त, 1988 को अभयारण्य घोषित किया गया। बस्सी के आसपास के जंगल बाघों के विचरण हेतु विख्यात रहे हैं।
  • सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य:— इसे 2 फरवरी, 1979 को वन्य जीव अभयारण्य का दर्जा मिला, उपनाम-चीतल की मातृभूमि।मुख्य रूप से यह अभयारण प्रतापगढ़ में है। इसका क्षेत्र प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ तथा उदयपुर जिलों में आता है।
  • भैंसरोड़गढ़ अभयारण्य:— यह वन क्षेत्र एक लम्बी पट्टी के रूप में चम्बल एवं ब्राह्मणी नदी के साथ फैला हुआ है। 5 फरवरी, 1983 को भैंसरोड़गढ़ के आसपास के वन प्रदेश को अभयारण्य बनाया गया।
  • हजरत दीवान शाह की दरगाह—कपासन, चित्तौडग़ढ़ में है।
  • घोसुण्डी शिलालेख-चितौडग़ढ़ में है, जिसे पहली बार डी.आर.भण्डारण ने पढ़ा, इस शिलालेख से वैष्णव सम्प्रदाय की जानकारी मिलती है।
  • चित्तौड़ का लेख:— इसके अनुसार देवालय (मंदिरों) में स्त्रियों का प्रवेश निषेध था।
  • गोरा-बादल महल, नवलखा बुर्ज, जयमल की हवेली चित्तौडग़ढ़ दुर्ग में है।
  • मानमोरी का शिलालेख-इसे कर्नल टॉड ने समुद्र में फैंका था। इसमें अमृत मंथन का उल्लेख है।
  • नटों की सबसे बड़ी बस्ती-सज्जनखान का डेरा, निम्बाहेड़ा, चित्तौड़ में है।
  • जाजम प्रिंट/दाबू प्रिंट:—आकोला के प्रसिद्ध है। आकोला के छपाई के घाघरे प्रसिद्ध हैं। बेवाण (मौण), लकड़ी की कावड़, मिट्टी के खिलौने-बस्सी (चित्तौडग़ढ़ ) के प्रसिद्ध हैं।
  • राजस्थान में खाट आन्दोलन-अचलपुरा (भदेसर, चित्तौडगढ़) से चलाया।
  • राजस्थान की निजी क्षेत्र में प्रथम चीनी मिल-द मेवाड़ शुगर मिल्स लिमिटेड—1932 में, चित्तौडग़ढ़ के भोपालसागर में है।
  • चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित प्रमुख छतरियां कौन सी है : कल्लाजी राठौड़ की छतरी, संत रैदास की छतरी , प्रतापगढ़ के रावत बाघ सिंह की छतरी आदि।
  • तुर्रा कलंगी—ख्याल चितौडग़ढ़ का प्रसिद्ध है।
  • रावतभाटा— भारत का दूसरा अणुशक्ति केन्द्र। 1960 के दशक में कनाडा की एईसीएल कंपनी की सहायता से इस स्थान को परमाणु ऊर्जा केन्द्र के रूप में बदला गया। रावतभाटा, राजस्थान की अणु नगरी के नाम से प्रसिद्ध है।
  • राजस्थान में सफेद सीमेंट का तीसरा कारखाना—मांगरोल चित्तौड़ में है।
  • कोमल कोठारी—कपासन इनकी जन्मस्थली है। ये देश के शीर्षस्थ लोक कला मर्मज्ञों में से एक रहे हैं।
  • राजस्थान का सर्वाधिक भराव क्षमता वाला बांध कौन सा है – राणा प्रताप सागर बांध 
  • राणा प्रताप सागर बांध किस नदी पर बना हुआ है – चंबल नदी पर 
  • चित्तौड़गढ़ में राजस्थान का सबसे बड़ा एवं सर्वाधिक सीमेंट उत्पादन का कारखाना कौनसा है – जेके सीमेंट का कारखाना।
  • चूलिया जलप्रपात किस नदी पर बना हुआ है – चंबल नदी पर 
  • राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड कहां स्थापित है – चित्तौड़गढ़ जिले में।
  • भैसरोडगढ़ वन्य जीव अभ्यारण किस जिले में स्थित है – चित्तौड़गढ़ जिले में 
  • बस्सी वन्य जीव अभ्यारण किस जिले में स्थित है – चित्तौड़गढ़ जिले में 
  • जाजम प्रिंट/दाबू प्रिंट कहां की प्रसिद्ध है – चित्तौड़गढ़ की।
  • दशहरा मेला कहां आयोजित होता है – चित्तौड़गढ़ जिले में 
  • चंबल नदी के उपनाम क्या है : राजस्थान की कामधेनु, बारहमासी नदी, सरस्वती नदी, नित्यवाही नदी।
  • राजस्थान अणु शक्ति संयंत्र कहां स्थापित किया गया – चित्तौड़गढ़ में।
  • द मेवाड़ शुगर मिल्स लिमिटेड कहां स्थापित है – भोपालसागर (चित्तौड़गढ़) में।
  • राजस्थान की प्रथम चीनी मिल कौनसी है – दी मेवाड़ शुगर मिल्स लिमिटेड।
  • आदित्य सीमेंट लिमिटेड कहां स्थित है – चित्तौड़गढ़ में।
  • राजस्थान का सफेद सीमेंट का तीसरा कारखाना कौन सा है – जेके व्हाइट सीमेंट का कारखाना। 

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