जयपुर जिला दर्शन(Jaipur District GK in Hindi)

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Jaipur District GK in Hindi:- इस पोस्ट में जयपुर जिले के खनिज, जयपुर जिले का सामान्य परिचय, जयपुर के पर्यटन स्थल दर्शनीय स्थल, जयपुर जिले का क्षेत्रफल एवं उपनाम, जयपुर जिले की अक्षांशीय एवं देशांतरीय स्थिति, जयपुर के प्रमुख मंदिर, जयपुर के प्रमुख मेले और त्यौहार एवं जयपुर के अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर आदि बिंदुओं को कवर करने की कोशिश की गयी है।

आमेर की स्थापना 1137 में दूल्हेराय ने की थी। दूल्‍हेराय को कछवाहों का आदिपुरुष कहते हैं। कुछ इतिहासकारों के अनुसार दूल्‍हेराय 967 में राजा बना था। काकिल देव (1207), दूल्‍हेराय का वंशज था। काकिल देव ने आमेर के मीणों व भट्टों को हराकर, आमेर को राजधानी बनाया।जयपुर, राजस्थान का नगर है, जिसको नक्शों के आधार पर बसाया गया। जयपुर की नींव जगन्नाथ पुण्डरीक रत्नाकर ने रखी थी। जयपुर का आधुनिक निर्माता मिर्जा इस्माइल को कहते है। आमेर नरेश सवाई जयसिंह ने 18 नवम्बर, 1727 को जय नगर के नाम से जयपुर की स्थापना की। जयपुर का वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य था। राजस्थान एकीकरण के चतुर्थ चरण 30 मार्च 1949 में ‘जयपुर’ को सम्मिलित किया गया एवं तब से ‘जयपुर’ ही राजस्थान की राजधानी है।

जयपुर जिले का सामान्य परिचय-

  • जयपुर जिले के उपनाम/प्राचीन नाम :- सिटी ऑफ आइसलैंड, गुलाबी नगर, पिंक सिटी, रंग श्री द्वीप, राजस्थान की राजधानी, पूर्व का पेरिस, हेरीटेज सिटी, वैभव द्वीप, पन्ना नगरी, दूसरा वृंदावन, रत्न नगरी, भारत का पेरिस
  • जयपुर जिले का कुल क्षेत्रफल – 11,143 वर्ग किलोमीटर
  • जयपुर जिले का नगरीय क्षेत्रफल – 737.59 वर्ग किलोमीटर
  • जयपुर जिले का ग्रामीण क्षेत्रफल – 10,405.41 वर्ग किलोमीटर है।
  • जयपुर जिले में कुल विधानसभा क्षेत्रों की संख्‍या 19 है, जो निम्‍न है – 1. सांगानेर, 2. मालवीय नगर, 3. विद्याधर नगर, 4. शाहपुरा, 5. किशनपोल, 6. चाकसू, 7. विराटनगर, 8. फुलेरा, 9. झोटवाड़ा, 10. आदर्श नगर, 11. सिविल लाइंस, 12. दूदू, 13. आमेर, 14. बगरु, 15. जमवारामगढ़, 16. हवामहल, 17. चौमू, 18. बस्सी तथा 19. कोटपूतली
  • ग्राम पंचायतों की संख्‍या – 488
  • तहसीलों की संख्‍या – 13
  • उपखण्‍डों की संख्‍या – 13
  • उपतहसीलों की संख्‍या – 5
  • जयपुर जिले की मानचित्र स्थिति – 26°23′ से 27°51′ उत्तरी अक्षांश तथा 74°55′ से 76°50′ पूर्वी देशान्‍तर है।
  • जयपुर जिले में कुल वनक्षेत्र – 944.52 वर्ग किलोमीटर



2011 की जनगणना के अनुसार जयपुर जिले के आंकड़ें:-

  • जयपुर जिले की कुल जनसंख्या—66,26,178
  • जयपुर जिले की पुरुष जनसंख्या—34,68,507
  • जयपुर जिले की स्त्री जनसंख्या—31,57,671
  • जयपुर जिले की दशकीय वृद्धि दर—26.2%
  • जयपुर जिले का लिंगानुपात—910
  • जयपुर जिले का जनसंख्या घनत्व—595
  • जयपुर जिले की साक्षरता दर—75.5%
  • जयपुर जिले की पुरुष साक्षरता—86.1%
  • जयपुर जिले की महिला साक्षरता—64.0%

जयपुर जिले के प्रमुख मंदिर

  • जमुवाय माता— उपनाम-अन्नपूर्णा-जमवारामगढ़ (जयपुर), जयपुर के कच्छवाहा राजवंश की कुलदेवी। इस माता की मूर्ति के पास गाय व बछड़े की प्रतिमा है।
  • नकटी माता— जयभवानीपुरा, जयपुर में प्रतिहारकालीन मंदिर है। मूल नाम-दुर्गा माता, इस माता की प्रतिमा की नाक चोरों ने काट ली इसलिए यह नकटी माता कहलाई। दुर्गा माता का प्रतीक चिन्ह-त्रिशूल व तलवार।
  • ज्वाला माता—जोबनेर, खंगारौत राजपूतों की कुलदेवी, इसका मेला-नवरात्रों में लगता है।
  • महामाई माता—रेनवाल की लोकदेवी।
  • शाकम्भरी माता—सांभर के चौहानों की कुल देवी। इस मंदिर का निर्माण वासुदेव चौहान ने करवाया। यहाँ पर मेला भाद्रपद शुक्ल 8 को लगता है।
  • शिला माता – शिला माता का मंदिर आमेर, (जयपुर) में स्थित है। कच्छवाहा राजवंश की आराध्य देवी, इस माता की मूर्ति को मानसिंह प्रथम जस्सोर (वर्तमान बांग्लादेश में) नामक स्थान से बंगाल के राजा केदार को हराकर 1602 में लाया।
  • शीतला माता – उपनाम-सैढ़ल माता, बास्यौड़ा, महामाई, बच्चों की संरक्षिका, चेचक व बोदरी की देवी। शीतला माता का मंदिर शील की डूँगरी, चाकसू, जयपुर में है। मंदिर का निर्माण महाराजा माधोसिंह ने करवाया। इस माता का वाहन गधा व पुजारी-कुम्हार होता है। शीतला माता का प्रतीक चिन्ह-मिट्टी की कटोरियाँ (दीपक) होती है।
  • कल्की मंदिर—निर्माण-ईश्वरी सिंह, भारत का एकमात्र कल्की मंदिर। इस मंदिर में संगमरमर से बना घोड़ा है जिसके खुर के नीचे एक गड्डा है।
  • मोती डूँगरी—यहाँ गणेश जी का सुप्रसिद्ध मन्दिर है जिसमें गणेश चतुर्थी को मेला भरता है।
  • चूलगिरी का मन्दिर-जयपुर।
  • लक्ष्मीनारायण जी/बिड़ला मन्दिर-राजस्थान का एकमात्र मंदिर जो हिन्दु, मुस्लिम व ईसाई डिजाइन से बना है। यह एशिया का प्रथम वातानुकूलित मंदिर है।
  • गोविन्द देवजी का मंदिर- इसका निर्माण-1735 में सवाई जयसिंह ने करवाया। जयपुर के आराध्य देव। जयपुर के राजा गोविन्‍द देवजी को अपना शासक व स्‍वयं को उसका दिवान मानते थे।
  • जगत् शिरोमणि मन्दिर- निर्माण-मानसिंह की पत्नी कनकावती ने अपने पुत्र जगत की स्मृति में करवाया। इसमें श्री कृष्ण की प्रतिमा है। इसे ‘मीरां मन्दिर’ भी कहते है।
  • दादूदयाल—राजस्थान का कबीर, इनकी समाधि-नरैना/नारायण (जयपुर) में स्थित है। इस समाधि को दादूखोल कहा जाता है। इसके सत्संग स्थल को अलख दरीबा कहते है।
  • राजराधेश्वर/सिद्धेश्वर शिव मंदिर— यह मन्दिर आम जनता के लिए केवल शिवरात्रि के दिन खुलता है। यह जयपुर के राजाओं का निजी मन्दिर है। निर्माण-रामसिंह द्वारा-1864 में ।
  • गलता जी तीर्थ – यहाँ पर गालव नामक ऋषि ने तपस्या की थी। यहाँ पहाड़ी पर सूर्य मन्दिर है। गलता को मंकी वैली तथा राजस्थान की मिनी काशी या छोटी काशी भी कहते हैं।
  • रज्जब जी की पीठ—सांगानेर, रज्जब जी जीवनभर दूल्हे के वेश में रहे थे।

जयपुर में महत्वपूर्ण अकादमी

  • राजस्थानी भाषा साहित्य अकादमी का मुख्यालय कहा है – जयपुर में
  • राजस्थान संस्कृत अकादमी द्वारा संस्कृत भाषा का सर्वश्रेष्ठ कृति को कोनसा पुरस्कार दिया जाता है – माघ पुरस्कार
  • राजस्थान संस्कृत अकादमी जयपुर में कब स्थापित की गई – 1980
  • राजस्थान में प्रथम दुरदर्शन केंद्र की स्थापना कब और कहा की गयी – जयपुर में
  • 1 मार्च 1977 को राजस्थान का प्रथम स्टॉक एक्सचेंज कब और कहा स्थापित किया गया – जयपुर में
  • 1989 को इंदिरा गाँधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान कहा है – जयपुर में
  • सर्वाधिक विदेशी पर्यटक किस जिले में आते है – जयपुर में
  • राजस्थान बृज भाषा अकादमी की स्थापना जयपुर में कब की गयी – 1986 में
  • राजस्थान हिंदी ग्रन्थ अकादमी की स्थापना जयपुर में कब की गई – 1968
  • राजस्थान संगीत संस्थान की स्थापना जयपुर में कब की गई – 1950
  • जयपुर में स्थापित चित्रकला संग्रहालय जिसका निर्माण सवाई जयसिंह ने करवाया था – पोथीखाना
  • राजस्थान सिंधी अकादमी जयपुर में कब स्थापित की गई – 1979
  • गुरु नानक संस्थान जयपुर में कब स्थापित किया गया – 1969
  • राजस्थान का सबसे पुराना महिला चिकित्सालय है – जनाना चिकित्सालय
  • मदरसा ए हुनरी को नया नाम महाराजा स्कूल ऑफ़ आर्ट्स एंड क्राफ्ट किसने दिया – महाराजा रामसिंह ने
  • महाराजा स्कूल ऑफ़ आर्ट्स एंड क्राफ्ट जो 1957 में स्थापित किया गया था उसको बाद में किस नाम से जाना जाता था – मदरसा ए हुनरी

जयपुर जिलें की नदियाँ एवं जलाशय –

  • बाणगंगा नदी — बाणगंगा नदी का उद्गम बैराठ की पहाड़ि‍याँ, जयपुर से होता है। बाणगंगा नदी को अर्जुन की गंगा तथा ताला नदी भी कहते है। बाणगंगा नदी की कुल लम्‍बाई 380 किलोमीटर है, जिसमें से राजस्‍थान में 240 किलोमीटर है। बांणगंगा नदी राजस्‍थान के तीन जिलों में बहती है – जयपुर, दौसा और भरतपुर। जयपुर में पेयजल के लिए बाणगंगा नदी पर जमुवारामगढ़ बांध बना हुआ है। बाणगंगा नदी राजस्‍थान में बहने के पश्‍चात उत्तर प्रदेश के आगरा में फतेहाबाद के निकट यमुना नदी में मिल जाती है। बाणगंगा नदी की प्रमुख सहायक नदियां सुरी, सांवन, पलासन आदि नदियां है।
  • बांड़ी नदी— इस नदी का उद्गम जयपुर जिले में चाकसू (समारोह व आमलोद के पहाड़ों) के पास से होता है। बांडी नदी चतरपुरा के पास मांशी नदी में मिल जाती है।
  • ढूंढ नदी— इस नदी का उद्गम अचरोल, जयपुर से होता है।
  • रामगढ़ बाँध— बाणगंगा नदी पर स्थित बांध से जयपुर को पेयजल की आपूर्ति की जाती थी, परन्‍तु वर्तमान में यह सूखा पड़ा है।

जयपुर के ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्‍थल –

नाहरगढ़ दुर्ग – उपनाम-सुदर्शन गढ़ (मूल नाम), मीठड़ी का किला, जयपुर का मुकुट, जयपुर ध्वजगढ़ आदि है। इसका निर्माण-जयसिंह द्वारा 1734 ई. मराठों से बचने के लिए किया था। 1868 में सवाई रामसिंह ने इसे वर्तमान स्‍वरूप प्रदान किया। इस दुर्ग के निर्माण में नाहर नमक व्यक्ति की बलि दी गई थी, ऐसा माना जाता है कि यहां नाहर सिंह दिन के कार्य को रात में ध्‍वस्‍त कर देता था। उसी के नाम पर इस दुर्ग का नाम, नाहरगढ़ पड़ा। इस दुर्ग में माधोसिंह ने 9 पासवानों के लिए विक्टोरिया शैली में एक जैसे 9 महलों का निर्माण करवाया।

जयगढ़ दुर्ग – इसका वास्तुकार विद्याधर था, जो जयपुर शहर का वास्‍तुकार भी था। जयपुर को चिल्ह का टीला तथा संकटमोचक दुर्ग के उपनाम से भी जाना जाता है। इस दुर्ग का नाम मिर्जाराजा जयसिंह के नाम पर ही जयगढ़ पड़ा। जयगढ़ का निर्माण मिर्जा राजा जयसिंह द्वारा चिल्ह का टीला नामक पहाड़ी पर करवाया गया। राजा मानसिंह के समय इस दुर्ग को ‘चिल्‍ह का टीला’ कहा जाता था। इस दुर्ग में राजस्थान का एकमात्र तोप ढ़ालने का कारखाना मिर्जा राजा जयसिंह ने स्थापित करवाया। जिसमें सवाई जयसिंह ने जयबाण/रणबंका तोप बनाई जो एशिया की सबसे बड़ी तोप थी। इस तोप को एक बार चलाया गया जिसका गोला चाकसू में गिरा जहाँ पर गोला गिरा वहाँ पर गोलेराव तालाब का निर्माण हो गया।

  • चौमू का किला – इस किले का निर्माण 1595-97 ई. में ठाकुर कर्णसिंह लने करवाया। उपनाम-चौमुहागढ़/रघुनाथ गढ़/धाराधारगढ़, चौमुँहा किला आदि। इस दुर्ग के पास सामोद हनुमानजी का मन्दिर है। इसकी प्रतिमा का एक पैर पहाड़ी में धँसा है।
  • मोरिजा का किला-यह गोविन्दगढ़, जयपुर में स्थित है।
  • जंतर-मंतर—इस वेधशाला का निर्माण सवाई जयसिंह द्वारा 1718 ई. में करवाया। यह पाँचों वेधशालाओं में सबसे बड़ी है।
  • माधोराजपुर का किला – इस किले को जयपुर महाराजा सवाई माधोसिंह प्रथम ने मराठों पर विजयोपरांत बनवाया था।
  • गैटोर की छतरियाँ—जयपुर शासकों के स्मारक। सबसे प्रसिद्ध छतरी-जयसिंह-ढ्ढढ्ढ की।
  • रामबाग पैलेस—इसका निर्माण रामसिंह द्वितीय ने करवाया।
  • जलमहल—मानसागर झील में सवाई जयसिंह द्वारा करवाया गया।
  • हवामहल—सवाई प्रतापसिंह द्वारा 1799 ई. में इसका निर्माण करवाया गया। इसका वास्तुकार लालचन्द था। यह पाँच मंजिला इमारत है, जिसमें 953 खिड़कियाँ व 365 झरोखे है।
  • चन्द्रमहल/सिटी पैलेस/राजमहल-इस सात मंजिला इमारत का निर्माण सवाई जयसिंह ने वास्तुकार विद्याधर की देखरेख में करवाया।
  • दीवान-ए-आम—सामान्य जनता से मिलने के लिए मिर्जा राजा जयसिंह ने करवाया।
  • दीवान-ए-खास—विशेष लोगों से मिलने के लिए इसका निर्माण मिर्जा राजा जयसिंह ने करवाया।
  • अल्बर्ट हॉल — प्रिंस अल्बर्ट के भारत आगमन पर उसके स्वागत हेतु 1876 ई. में रामसिंह द्वितीय ने इसका निर्माण करवाया। इसका वास्तुकार-स्टीवन जैकफ था।

जयपुर जिले के प्रश्न(Dungarpur District Facts):-

  • भारत के गवर्नर जनरल लार्ड होर्डिंग पर 1911 में बम फेकने का षड्ययंत्र किसके द्वारा तैयार किया गया – अर्जुनलाल सेठी
  • श्रावण शुक्ल तृतिया को जयपुर में कोनसा त्यौहार मनाया जाता है – छोटी तीज
  • जयगढ़ दुर्ग का निर्माण किस शासक के द्वारा करवाया गया था – जयसिंह द्वितीय के द्वारा
  • जयगढ़ दुर्ग का निर्माण किस शिल्पी के निर्देशन में हुआ था – विद्याधर भट्टाचार्य
  • जयपुर का ऐसा शासक जिसके दरबार में 50 से अधिक चित्रकार थे – महाराजा प्रताप सिंह
  • उनियारा शैली किस शैली की उपशैली है – जयपुर शैली की
  • भारत में कत्थक का सबसे प्राचीन घराना कोनसा है – जयपुर घराना
  • जयपुर घराने के प्रवर्तक माने जाते है – भानु जी
  • नकटी माता का मंदिर कहा है – जयपुर में
  • जयपुर शैली के प्रमुख पशु कोनसे थे – घोड़ा, मोर
  • आमेर से पहले जयपुर की राजधानी क्या थी – ढूंढाड़
  • राजपूताने में राष्ट्रीयता का जन्मदाता किसे माना जाता है – अर्जुनलाल सेठी
  • जैन शिक्षा सोसाइटी ( जैन वर्धमान विद्यालय ) कब और किसने स्थापित किया – 1964 में अर्जुनलाल सेठी ने
  • ढूंढाड़ का प्राचीन नाम क्या था – अंबिकापुर
  • ब्लू पॉटरी के प्रसिद्ध कलाकार थे – कृपालसिंह शेखावत
  • जयपुर के भित्ति चित्र किस शैली में बनाये जाते है – आरायश / आलागीला पद्धति जयपुर में
  • चरखा संघ की स्थापना किसने की – 1927 में जमनालाल बजाज
  • जयपुर के किस चित्रकार को नीड का चितेरा कहा जाता है – सौभागमल गहलोत
  • जयपुर की स्थापना कब और किसने की – 18 नवंबर 1727 को
  • सवाई जयसिंह के द्वारा जयपुर का विद्वान् , वैज्ञानिक शासक किसे कहा जाता है – सवाई जयसिंह को
  • राजस्थान में फोटोग्राफी लाने का श्रेय किस शासक की दिया जाता है – रामसिंह द्वितीय को
  • जयपुर के कछवाह वंश द्वारा प्रचलित सिक्के किस नाम से जाने जाते है – झाड़शाही सिक्के
  • सी वी रमन ने जयपुर को किस नाम से पुकारा – आइसलैंड ऑफ़ ग्लोरी
  • राजस्थान में गधों का सबसे बड़ा मेला कहा लगता है – लुनियावास , जयपुर में
  • जयपुर को सर्वप्रथम रेल सेवा से जोड़ने का श्रेय किस शासक को दिया जाता है – माधोसिंह द्वितीय को

  • जयपुर में किस शैली के कपड़ो की छपाई प्रसिद्ध है – बगरू प्रिंट और सांगानेरी प्रिंट
  • जयपुर की ब्लू पॉटरी मुख़्यत किस देश देश की कला है – पर्शिया / ईरान जयपुर में
  • भारत की देशी रियासतों में खोला गया अंग्रेजो द्वारा पहला मेडिकल कॉलेज – जयपुर मेडिकल कॉलेज
  • निजी क्षेत्र का राज्य में पहला पशु विज्ञानं एवं चिकित्सा महाविद्यालय है – अपोलो कॉलेज ऑफ़ वेटरनरी मेडिसिन
  • जयपुर शैली का प्रमुख वृक्ष कोनसा था – पीपल
  • तमाशा नमक लोककला जयपुर में किस शासक के काल में विकसित हुई – महाराजा प्रताप सिंह
  • जयपुर का ऐसा मंदिर जिसकी श्री कृष्ण की काले पत्थर की मूर्ति है और माना जाता है की इसकी पूजा मीराबाई करती थी – जगत शिरोमणि मंदिर
  • आमेर से शासक मानसिंह प्रथम द्वारा किस देवी की मूर्ति को स्थापित किया गया – शीला देवी आमेर
  • आगरा फोर्ट से बांदीकुई से 1874 में ईसरलाट या सरगासूली का निर्माण किस राजा के द्वारा करवाया गया – सवाई ईश्वरी सिंह ने
  • राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल की स्थापना शिक्षा को बढ़ावा देने के उदेशय से जयपुर में कब की गई – 1976 को
  • पोर्ट्रेट पेंटिंग का सर्वाधिक विकास किस शैली में हुआ – जयपुर या ढूंढाड़ शैली में
  • गुणीजन खाना या संगीत के 22 कलाकार किसके शासन काल में थे – सवाई प्रताप सिंह
  • जयपुर में सती प्रथा पर प्रतिबंध कब लगाया गया था – 1844 ईस्वी में
  • जयपुर के महाराजा स्कूल की स्थापना किसने की – महाराजा रामसिंह द्वितीय ने
  • राजस्थान विश्वविद्यालय का प्राचीन नाम क्या था – राजपुताना विश्वविद्यालय
  • जयपुर के किस स्थान को मंकी वैली कहा जाता है – गलताजी
  • जयपुर के किस स्थान की बंदूके रियासती काल में प्रसिद्ध थी – माचेड़ी की बंदूके
  • अजमेर की स्थापना से पूर्व चौहानो की लम्बे समय तक राजधानी रहा – सांभर
  • जुलाहों का मंदिर किसे कहा जाता है – नारायणा , जयपुर
  • दादू पंथ की प्रमुख पीठ कहा है – नारायणा , जयपुर
  • राजस्थान में सबसे पहले लड़कियों के व्यापार पर रोक कहा लगाई गयी – जयपुर रियासत में
  • राजस्थान का प्रथम संगीत महाविधालय कहा है – त्रिवेणी नगर जयपुर
  • विश्व का पहला होमियोपैथिक विश्वविद्यालय कहा खोला गया – जयपुर में
  • 1847 में जयपुर में जरी का काम किस राजा के समय शुरू हुआ – सवाई जयसिंह के समय
  • संत दादू दयाल को किस वंश के शासको का प्रत्यक्ष संरक्षण प्राप्त था – खांगरोत शासक

  • एशिया की सबसे बड़ी तोप – जयबाण तोप
  • नाहरगढ़ दुर्ग का मूल नाम क्या है – सुलक्षणगढ़ दुर्ग
  • सवाई माधोसिंह की 9 प्रेमिकाओ के नाम पर एक जैसे नौ महलो का निर्माण किस किले में करवाया गया – नाहरगढ़ दुर्ग में
  • जयबाण तोप का निर्माण किसके द्वारा करवाया गया था – सवाई जयसिंह ने
  • जयबाण तोप की मार्क क्षमता कितनी है – 22 मील
  • जयपुर के राजाओ की छतरियां कहा है – गैटोर में
  • नाहरगढ़ में किस देवता की छतरी है – नहर सिंह बाबा की
  • जयबाण तोप चलाने से गिरे गोले के कारण चाकसू में कोनसा तालाब बना – गोलेलाव तालाब
  • नाहरगढ़ दुर्ग का निर्माण किस शासक के द्वारा करवाया गया – सवाई जयसिंह द्वारा 1734 में
  • नाहरगढ़ को वर्तमान स्वरूप कब और किसने दिया – सवाई राम सिंह ने 1868 में

  • राजस्थान में सर्वाधिक लोहा किस जिले से प्राप्त होता है – जयपुर से
  • जयपुर जिले में लौह अयस्क की खाने कहां है – मोरीजा बनोला, चोमू।
  • राजस्थान विश्वविद्यालय की स्थापना कब हुई – 8 जून 1947 को राजपूताना विश्वविद्यालय के रूप में।
  • राजस्थान में सर्वाधिक पटवार मंडल किस जिले में है – जयपुर जिले में (613)
  • राजस्थान का सर्वाधिक अनुसूचित जाति की संख्या वाला जिला कौन सा है – जयपुर जिला।
  • राजस्थान में सर्वाधिक ओलावृष्टि किस जिले में होती है – जयपुर में।
  • श्री संजय शर्मा संग्रहालय कहां स्थित है – चौड़ा रास्ता, जयपुर में।
  • जगत गुरु रामानंद संस्कृत विश्वविद्यालय कहां स्थित है – जयपुर में।
  • जयपुर जिले में काला संगमरमर उत्पादक क्षेत्र कौन से हैं – भैसलाना जयपुर।
  • राजस्थान का प्रथम विश्वविद्यालय कौन सा है – राजस्थान विश्वविद्यालय।
  • राजस्थान का प्रथम मेडिकल विश्वविद्यालय कौन सा है – राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय।
  • राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी का मुख्यालय कहां है – जयपुर में।
  • राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल का मुख्यालय कहां है – जयपुर में।
  • ब्लू पॉटरी कहां की प्रसिद्ध है – जयपुर की।
  • राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल का मुख्यालय कहां है – जयपुर में।
  • राजस्थान ललित कला अकादमी का मुख्यालय कहां है – जयपुर में।
  • राजस्थान सिंधी अकादमी का मुख्यालय कहां है – जयपुर में।
  • राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी का मुख्यालय कहां है – जयपुर में।
  • राजस्थान मदरसा बोर्ड का मुख्यालय कहां है – जयपुर में।
  • जयपुर प्रजामंडल की स्थापना किसने की – कर्पूर चंद्र पाटनी ने 1931 ईस्वी में।
  • क्रिकेट की सबसे बड़ी ट्रॉफी कहां बनी – जयपुर में।
  • विश्व में सबसे बड़ी सूर्य घड़ी सम्राट यंत्र कहां स्थित है – जंतर मंतर वेधशाला जयपुर में।
  • राजस्थान उर्दू अकादमी का मुख्यालय कहां है – जयपुर में।
  • देश का एकमात्र सॉल्ट म्यूजियम कहां है – जयपुर में।
  • देश में प्रथम डेंटल स्टेम सेल बैंक कहां है – जयपुर में।

  • राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना कब हुई – 8 दिसंबर 2005 को।
  • राजस्थान की सबसे बड़ी प्राकृतिक एवं खारे पानी की झील कौन सी है – सांभर झील।
  • जोधपुरा सभ्यता कहां स्थित है – जयपुर में।
  • राजस्थान का प्रथम संस्कृत विश्वविद्यालय कौन सा है – जगत गुरु रामानंद संस्कृत विश्वविद्यालय।
  • देश एवं राजस्थान का पहला हाथी गांव कौन सा है – आमेर।
  • राजस्थान संगीत संस्थान का मुख्यालय कहां है – जयपुर में।
  • पन्ने रतन की अंतरराष्ट्रीय मंडी कहां स्थित है – जयपुर में।
  • एशिया की सबसे बड़ी एवं प्रथम सोने की टकसाल कहां है – जयपुर में।
  • देश का पहला वैक्स वार म्यूजियम कहां स्थित है – जयपुर में।
  • देश का सबसे बड़ा दूध पैकिंग स्टेशन कौन सा है – कोटपूतली, जयपुर।
  • देश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी कौन सी है – मुहाना गांव, सांगानेर (जयपुर)
  • राजस्थान का पहला हिमीकृत्य वीर्य/सीमन बैंक कहां स्थित है – बस्सी जयपुर में।
  • भारत का प्रथम होम्योपैथिक विश्वविद्यालय कहां है – जयपुर में।
  • सबसे बड़े चांदी के दो पात्र कहां रखे गए हैं – सिटी पैलेस, जयपुर में।
  • भारत का सबसे सुंदर प्रथम सिनेमा घर कौन सा है – राज मंदिर सिनेमा घर, जयपुर।
  • राजस्थान का पहला पक्षी चिकित्सालय कहां स्थित है – जोहरी बाजार जयपुर में।
  • राजस्थान की पहली आंवला मंडी कहां स्थित है – चौमू जयपुर में।
  • राजस्थान की पहली हाईटेक पब्लिक लाइब्रेरी कहां स्थित है – जयपुर में।
  • राजस्थान का पहला महिला पोस्ट ऑफिस कहां स्थित है – जयपुर में।
  • देश एवं राजस्थान का पहला इंदिरा गांधी का मंदिर कहां है – अचरोल, जयपुर में।
  • अमर जवान ज्योति कहां स्थित है – जयपुर में।
  • सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या वाला जिला कौन सा है – जयपुर जिला।
  • राजस्थान का पहला कैंसर अस्पताल कहां है – जयपुर में।
  • जयपुर के रामबाग महल का वास्तुकार कौन था – सैमुअल क्विंटन जैकब।
  • 1857 की क्रांति के समय जयपुर का पोलिटिकल एजेंट कौन था – कर्नल ईडन।
  • गुड़िया का संग्रहालय कहां स्थित है – जयपुर में।
  • राजस्थान का पहला सौर ऊर्जा चलित एटीएम कहां स्थापित है – मनोहरपुर, जयपुर में।
  • राजस्थान का पहला संगीत महाविद्यालय कहां स्थित है – त्रिवेणी नगर (जयपुर) में 2002 में स्थापित।
  • राजस्थान का प्रथम सौर ऊर्जा विद्युतीकृत गांव कौन सा है – नया गांव, जयपुर।

हवा महल की 5 मंजिलें कौनसी है?

1. शरद मंदिर(प्रथम मंजिल / सबसे नीचे)
2.रतन मंदिर (दूसरी मंजिल)
3.विचित्र मंदिर (तीसरी मंजिल)
4.प्रकाश मंदिर (चौथी मंजिल)
5.हवा मंदिर (पांचवी मंजिल / सबसे ऊपर)

जयपुर नगर पर कच्छवाहा वंश का शासन रहा और उनकी राजधानियां का Sequence क्या है?

प्रथम राजधानी – दौसा,
द्वितीय राजधानी – मांची,
तृतीय राजधानी – आमेर,
चतुर्थ राजधानी /अंतिम राजधानी – जयपुर

जयपुर शहर के परकोटे से अंदर आने के लिए 7 मुख्य दरवाजे कौनसे थे?

धुव्र दरवाजा
घाट दरवाजा
न्यू दरवाजा
सांगानेरी दरवाजा
अजमेरी दरवाजा
चांदपोल दरवाजा
सूरजपोल दरवाजा

सवाई जयसिंह द्वारा बनाई गई पांच वेधशालाए

1. दिल्ली
2. जयपुर
3. बनारस
4. उज्जैन
5. मथुरा

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Jaipur District GK in Hindi:- इस पोस्ट में जयपुर जिले के खनिज, जयपुर जिले का सामान्य परिचय, जयपुर के पर्यटन स्थल दर्शनीय स्थल, जयपुर जिले का क्षेत्रफल एवं उपनाम, जयपुर जिले की अक्षांशीय एवं देशांतरीय स्थिति, जयपुर के प्रमुख मंदिर, जयपुर के प्रमुख मेले और त्यौहार एवं जयपुर के अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर आदि बिंदुओं को कवर करने की कोशिश की गयी है। आशा करता हूँ कि आप सभी को हमारी यह पोस्ट पसंद आयी होगी।

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